Pujari-Granthi Samman Yojana: दिल्ली में पुजारियों और ग्रंथियों को मिलेगा हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय
Pujari-Granthi Samman Yojana: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) ने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना शुरू की है। इस योजना के तहत दिल्ली के मंदिरों में काम कर रहे पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय दिया जाएगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना का ऐलान करते हुए कहा कि इस योजना के तहत आवेदन मंगलवार, 31 दिसंबर से शुरू हो जाएंगे। इस लेख में हम इस योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को आपके सामने रख रहे हैं।
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना क्या है?
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारों में काम कर रहे पुजारियों और ग्रंथियों के लिए है। इस योजना के माध्यम से दिल्ली में मंदिरों और गुरुद्वारों में कार्यरत पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी का दावा है कि यह देश में पहली बार ऐसी योजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत पुजारियों और ग्रंथियों को सरकारी सहायता दी जाएगी।
कौन कर सकता है आवेदन?
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के तहत दिल्ली के सभी मंदिरों और गुरुद्वारों में काम कर रहे पुजारी और ग्रंथी आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, इस योजना के पात्रता संबंधी कोई सरकारी अधिसूचना अब तक जारी नहीं की गई है। वर्तमान में इस योजना में चर्च या मस्जिद में कार्यरत लोगों का नाम नहीं लिया गया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह योजना केवल मंदिरों और गुरुद्वारों में कार्यरत पुजारियों और ग्रंथियों के लिए होगी।
आवेदन कब से किया जा सकता है?
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया 31 दिसंबर से शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के तहत पंजीकरण अभियान की शुरुआत करते हुए दिल्ली के ऐतिहासिक हनुमान मंदिर, राजीव चौक से पुजारियों का पंजीकरण किया। उन्होंने ट्वीट कर इस अभियान का ऐलान किया और कहा कि यह योजना दिल्ली के पुजारियों और ग्रंथियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
कितना पैसा मिलेगा?
इस योजना के तहत पुजारी और ग्रंथी को हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय दिया जाएगा। हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि यह राशि केवल तभी दी जाएगी जब आम आदमी पार्टी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने में सफल होती है। इसका मतलब यह है कि जबकि पंजीकरण प्रक्रिया अभी से शुरू हो रही है, वास्तविक भुगतान 2025 में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने पर ही शुरू होगा।
आम आदमी पार्टी के जीतने पर दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को ₹18,000 प्रति माह की सम्मान राशि दी जाएगी।
ये योजना समाज में उनके आध्यात्मिक योगदान और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के उनके प्रयासों का सम्मान है।
BJP वालों इसे रोकने की… https://t.co/rJZcOxV8PR
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 30, 2024
केजरीवाल का ट्वीट
अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, “अगर आम आदमी पार्टी जीतती है, तो दिल्ली के मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रति माह का मानदेय दिया जाएगा। यह योजना उनके समाज में आध्यात्मिक योगदान और हमारे सांस्कृतिक धरोहर को बचाने के प्रयासों के प्रति एक श्रद्धांजलि है। बीजेपी वाले इसको रोकने की कोशिश न करें, यह एक बड़ा पाप होगा।”
इस योजना का महत्व और उद्देश्य
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का उद्देश्य दिल्ली के पुजारियों और ग्रंथियों को उनके धार्मिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए मान्यता देना है। यह योजना उन लोगों को वित्तीय सहायता देने का प्रयास है, जो समाज की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धारा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, यह योजना धार्मिक स्थलों पर कार्यरत लोगों की कठिनाइयों और उनके योगदान की सराहना करने का एक तरीका है।
इस योजना से क्या बदलाव आएंगे?
पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय मिलने से उनके जीवनस्तर में सुधार हो सकता है। यह योजना उनके लिए एक सम्मानजनक वित्तीय सहायता के रूप में कार्य करेगी, जो उनके धार्मिक कर्तव्यों को पूरा करने में मददगार साबित होगी। साथ ही, इस योजना के माध्यम से दिल्ली में धार्मिक स्थलों का संचालन और प्रबंधन भी मजबूत हो सकता है।
क्या यह योजना सिर्फ दिल्ली तक सीमित रहेगी?
फिलहाल, इस योजना की घोषणा दिल्ली के लिए की गई है और इसका लाभ केवल दिल्ली में स्थित मंदिरों और गुरुद्वारों के पुजारियों और ग्रंथियों को मिलेगा। हालांकि, अगर यह योजना सफल रहती है, तो भविष्य में इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सकता है।
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के बारे में विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस योजना के बारे में विपक्षी दलों का कहना है कि यह चुनावी घोषणा है और इसे राजनीतिक लाभ के लिए लाया गया है। विपक्षी नेताओं का मानना है कि आम आदमी पार्टी यह योजना चुनावी वोट बैंक को साधने के लिए लेकर आई है। हालांकि, आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह योजना दिल्ली के पुजारियों और ग्रंथियों के लिए दी जाने वाली एक जरूरी सम्मान है और इसका उद्देश्य उनके योगदान को पहचानना है।
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना दिल्ली के पुजारियों और ग्रंथियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत उन्हें हर महीने 18,000 रुपये का मानदेय दिया जाएगा, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होने की संभावना है। हालांकि, इस योजना का लाभ केवल तभी मिलेगा जब आम आदमी पार्टी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने में सफल होती है। इस योजना को लेकर दिल्ली सरकार ने पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है, और अब दिल्ली के सभी पुजारी और ग्रंथी इसका लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।